पेकॉन मैक्सिको और उत्तरी अमेरिका में पैदा होने वाला वहां का बेहद प्रचलित घुलनशील मेवा है। यह 16वीं शताब्दी से प्रचलन में है। हालाँकि यहाँ काजू और बादाम जैसे ड्राई फ़्रूट्स का चलन और माँग भी ख़ूब रहता है। लेकिन पेकॉन को यहाँ का लोक फल माना जाता है, जोकि इन स्थान विशेष के लोगों के लिए काजू और बादाम से भी ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। यही कारण है कि पेकॉन अमेरिका की सबसे बहुमूल्य मेवों की प्रजाति में से एक माना जाता है। यहाँ के लोग काजू और बादम से अधिक इसी मेवे को खाना पसन्येद करते हैं। आपको बता दें कि पेकॉन को पेड़ों पर प्राकृतिक रूप से उगता है। पेकॉन का पेड़ लगभग 300 सालों तक अस्तित्व में रहकर फल दे सकने में समर्थ होता है। पेकॉन के बारे में कुछ और इसी तरह की बातें जानने के लिए पढ़िए आगे।
पेकॉन पूर्णतः एक मेवा नहीं होता है। दरअसल, ये पेड़ का एक बीज वाला फल होता है। यह कच्चा होने पर एक प्रकार के खोल से ढका होता है। पकने पर ये खोल ख़ुद ही चार भाग में खुलकर गिर जाता है। इस फल का पतला छिलका हटाने पर एक घुलनशील बीज निकलता है, वही पेकॉन होता है।
पेकॉन स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद अच्छा होता है। यह प्रोटीन, फाइबर, एमिनो एसिड, फैट, स्टार्च और शुगर से भरपूर होता है। इसके अलावा इसमें बड़ी मात्रा में विटामिन ए, विटामिन ई, फोलिक एसिड, कैल्शियम, मैगनीशियम, पोटेशियम, फोस्फोरस और जिंक भी पाया जाता है।
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