धनतेरस को भगवान कुबेर की पूजा अर्चना कर अपनी गृहस्थी में सम्पन्नता के प्रतीकों को रखना और उसकी पूजा-अर्चना करने का विधान है। आने वाले 5 नवम्बर को धनतेरस का त्यौहार का। आपको बता दें कि दीपावली से ठीक दो दिवस पहले यानी कि त्रयोदशी को धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता हैं। मालूम हो कि धनतेरस पर लोग धुआँदार बर्तन ख़रीदते हैं। लेकिन बर्तन ख़रीदते वक़्त लोग कई तरह की ग़लतियाँ करते हैं। अक्सर लोग थाली, प्लेट और गिलास या फिर स्टील की बाल्टी आदि कुछ भी ख़रीदकर ले आते हैं। आपको बता दें कि धनतेरस पर ख़रीदारी से पहले हमें कुछ ख़ास तरह की सावधानियों की ज़रूरत है। आइए आपको बताते हैं उन सावधानियों के बारे में।
वैसे तो धनतेरस के उपलक्ष्य पर मान्यताओं के अनुसार सोने और चांदी का सामान ख़रीदना शुभ माना जाता है। लेकिन लोग धनतेरस पर कई तरह के बर्तन भी ख़रीदते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि इस दिन न तो लोहे का कोई बर्तन ख़रीदें न ही लोहे से बनी कोई अन्य चीज। इतना ही नहीं स्टील के बर्तन ख़रीदने की परंपरा से भी बचें। स्टील भी लोहे का एक स्वरूप है। ऐसे मे बेहतर होगा कि आप स्टील के बजाये कॉपर या ब्रॉन्ज (कांसा) के बर्तन ख़रीदें।
धनतेरस के अवसर पर कोई भी धारदार सामान न ख़रीदें। इस दिन चाकू, कैंची और अन्य धारदार हथियार ख़रीदना शुभ नहीं माना जाता।
कुछ लोग धनतेरस के दिन नया वाहन ख़रीदकर घर लाते हैं, लेकिन जानकारों की मानें तो वो सलाह देते हैं कि इस शुभ दिन कोई कार या बाइक-स्कूटी घर लाना चाहते हैं तो उसका भुगतान धनतेरस वाले दिन न करके एक दिन पहले या बाद में करें। धनतेरस के दिन किसी को तोहफ़ा देने से बचें। इसके एक दिन पहले ही तोहफ़ा दे दें।
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