पोलियो एक घातक बीमारी है। इसी के साथ ही इसको कई डॉक्टरों ने दुनिया का सबसे ज्यादा इंफैक्शियस बीमारी करार दिया है। बता दें कि ये परेशानी बच्चों को जन्म के समय से हो जाती है। इसको पोलियोवायरस के नाम से जाना जाता है। 5 साल की उम्र के अंदर के बच्चों को ये बीमारी अपना शिकार बनाती है। इसको ‘Infantile Paralysis’ भी कहते हैं। इस बीमारी में इंसान का नर्वस सिस्टम खराब हो जाता है। इसी के साथ ही आज जानिये कि दुनिया में क्यों मानाया जाता है वर्लड पोलियो डे।
हर साल 24 अक्तूबर को पोलियो दिवस मनाया जाता है। इस दिन को खासतौर पर इस लिए मनाया जाता है ताकी दुनियाभर में पोलियो को खत्म करने के लिए लोगों में जागरुक्ता फैलाई जा सके। इसी के साथ ही इश दिन स्कॉटलैंड के एक गांव के रोटारी क्लब में पर्पल रंग की लाइट जलाई जाती है। ये लाइट खासतौर पर ये दर्शाती है कि देश में पोलियो जैसी घातक बीमारी को लेकर लोग कितने संवेदनशील हैं।
क्या है इतिहास
दुनिया में मौजूद पोलियो को खत्म करने के लिए इस अभियान को चलाया गया था। इसी के साथ ही इसकी शुरुआत रोटरी क्लब ने कि थी। रोटरी क्लब ने Global Polio eradication Program और साथ ही दुनिया की बड़ी बड़ी संस्थाओं के साथ मिलकर इस काम को अंजाम दिया। बता दें कि इनके साथ बिल गेट्स और मिलिंडा गेट्स की संस्था भी जुड़ी हुई है। इसी के साथ ही रोटरी क्लब Global Polio eradication Program बिल एंड मिलिंडा गेट्स के साथ वर्लड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने भी साथ दिया और इस बीमारी के खिलाफ काम किया।
इतना ही नहीं 1988 में दुनिया की 125 देशों में 350000 लाख पोलियो के केस दर्ज हुए थे। इसी के साथ ही आज के टाइम की बात करें तो इस टाइम पर भारत देश में से ये बीमारी जड़ से खत्म हो गायी है। मगर बात करें दुनिया के बाकी मुल्क जैसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान आज भी इस बीमारी से लड़ रहे हैं।
Anida Saifi
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