भारती एयरटेल मंगलवार को दूसरी तिमाही के अपने परिणाम की घोषणा टाल दी, और अपने कारोबारी हाईलाइट्स को जारी किया, जिसके अनुसार, उसके प्रति उपभोक्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) में सितंबर तिमाही में गिरावट आई है। एयरटेल ने सितंबर तिमाही में 128 करोड़ रुपये का एआरपीयू दर्ज किया, जो जून तिमाही के 129 करोड़ रुपये से कम है।
मालूम हो कि उच्चतम न्यायालय ने दूरसंचार सेवाप्रदाताओं से करीब 92,000 करोड़ रुपए की समायोजित सकल आय (दूरसंचार सेवाएं की बिक्री से प्राप्त आय) की वसूली के लिए केंद्र की याचिका स्वीकार कर ली है, इससे कंपनियों पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा। सरकार ने संशोधित आय के आधार पर लाइसेंस शुल्क मद में भारती एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया और कई बंद हो चुकी दूरसंचार परिचालकों से 92,000 करोड़ रुपए की मांग की है।
लेकिन स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क, जुर्माना और ब्याज को जोड़ने के बाद वास्तविक भुगतान करीब 1.4 लाख करोड रुपए बैठेगा। एआरपीयू कंपनी के कुल राजस्व में उपभोक्ताओं की संख्या का भाग देकर निकाला जाता है।
भारत में मोबाइल सेवा से एयरटेल के राजस्व में मामूली वृद्धि हुई है, जो 30 सितंबर को समाप्त तिमाही में 10,811 करोड़ रुपये रहा, जो जून तिमाही के 10,724 करोड़ रुपये से अधिक है। इसके ग्राहकों की संख्या सितंबर तिमाही में बढ़कर 27.943 करोड़ हो गई, जो इसके पहले की तिमाही में 27.681 करोड़ थी।--आईएएनएस
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